BCCI: इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में बतौर कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) ने खुद को साबित किया है। उन्होंने बल्ले से भी सीरीज में सर्वाधिक 754 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक शामिल हैं। गिल के इस प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) काफी खुश हैं। ऐसे में जल्द ही उनको क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारत का कप्तान बनाया जा सकता है।
इंग्लैंड दौरे से पहले नए-नए कप्तान बने गिल (Shubman Gill) की बल्लेबाजी पर सवाल उठा रहे थे, क्योंकि विदेशी धरती पर उनका औसत बहुत अच्छा नहीं था, लेकिन इंग्लैंड में उन्होंने न सिर्फ बल्ले से बल्कि कप्तान के तौर पर भी अपनी छाप छोड़ी और टीम इंडिया ने एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज 2-2 से बराबर की। खासतौर पर सीरीज में 2-1 से पिछड़ने के बाद टीम ने जिस तरह चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया और पांचवें टेस्ट में हारी हुई बाजी जीती, उससे BCCI टीम को लेकर काफी पॉजिटिव है।
भारत में अलग-अलग कप्तान की परंपरा नहीं
भारत में क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अलग-अलग कप्तान की परंपरा नहीं है। शुभमन गिल से पहले रोहित शर्मा, विराट कोहली और एमएस धोनी (MS Dhoni) ने टेस्ट, टी-20 और वनडे में लंबे समय तक टीम की कप्तान की। रोहित के टी-20 से सन्यास के बाद सुर्यकुमार यादव (SKY) यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जबकि वनडे में रोहित कप्तानी कर रहे हैं। वहीं, टेस्ट में गिल को कप्तान नियुक्त किया गया है, लेकिन ये व्यवस्था जल्द खत्म हो सकती है और गिल टीम के ऑल फॉर्मेट कैप्टन बन सकते हैं।
गिल की कप्तानी में दिख रहा आक्रामकता
गिल (Shubman Gill) पिछले कुछ सीजन से आइपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर रहे हैं। इस दौरान उनकी कप्तानी में भी लगातार निखार आया है। टी-20 के बाद अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी खुद को साबित किया है। इस दौरान उनकी कप्तानी में काफी आक्रामकता भी दिख रही है।

कप्तानी के दबाव में भी गिल के बल्ले ने खूब बरसाए रन
इंग्लैंड दौरे से पहले शुभमन गिल की बल्लेबाजी पर सवाल उठ रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने बल्ले से इसका जवाब दिया। पांच मैचों की इस सीरीज में गिल ने चार शतकों के साथ सर्वाधिक 754 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 269 रन रहा। इस दौरान उन्होंने 75.40 के औसत से रन बनाए और यह विश्वास कायम किया कि वे कप्तानी के दबाव में भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
सूर्य की उम्र व फिटनेस बन रही बाधा
भारत के टी-20 कप्तान सुर्यकुमार यादव की उम्र 34 साल हो गई है और हाल में ही उनकी हार्निया की सर्जरी हुई है। ऐसे में उनकी फिटनेस को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। भारतीय टीम को अगले साल फरवरी-मार्च में अपने घर पर टी-20 विश्व कप खेलना है। इसे देखते हुए कई क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि अब वक्त आ गया है, जब गिल को टी-20 की कप्तानी सौंप देनी चाहिए, ताकि इस प्रारूप के अगले कप्तान की तलाश खत्म हो जाए।
40 साल के रोहित का वनडे विश्व कप 2027 खेलने पर संशय
वहीं, वनडे कप्तान रोहित शर्मा भी अब 38 साल के हो चुके हैं और लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रह रहे हैं। उनकी फिटनेस पर भी अक्सर सवाल उठते रहता है। अगला वनडे विश्व कप साल 2027 में होने वाला है और उसमें अभी दो साल का वक्त है। ऐसे में उम्मीद कम है कि BCCI तब तक 40 साल के रोहित शर्मा को वनडे वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान देखे। इंग्लैंड सीरीज के बाद से इसको लेकर चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं।
BCCI की योजना में फिट बैठ रहें गिल
गौरतलब है कि BCCI भविष्य को ध्यान में रखते हुए हमेशा लंबे समय के लिए कप्तान चुनती है। एक-दो सीरीज इधर-उधर होने पर यहां कप्तान नहीं बदलते। शुभमन गिल फिलहाल 25 साल के हैं और लंबे समय तक भारतीय टीम की कप्तानी संभाल सकते हैं। टीम के अन्य खिलाड़ियों के साथ उनका अच्छा तालमेल है और सीनियर खिलाड़ियों का भी उन्हें समर्थन है। ऐसे में बीसीसीआई जल्द ही कप्तान को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती है।
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