नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच जारी तनाव और युद्ध जैसे हालात के बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ नामक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अब तक कुल 1,713 भारतीय नागरिकों को स्वदेश वापस लाया जा चुका है। इनमें से रविवार को 285 भारतीयों को लेकर एक विशेष विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। विमान के उतरते ही यात्रियों के चेहरों पर राहत की झलक दिखाई दी। इनमें से कई लोग भावुक हो गए, तो कुछ ने जमीन पर माथा टेककर अपनी मातृभूमि को नमन किया।

दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय नागरिकों ने ‘वंदे मातरम्’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ अपनी खुशी और राहत जाहिर की। युद्धग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित निकलना इन लोगों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावासों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह संभव हो सका।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव, भारत की त्वरित कार्रवाई
पिछले कुछ हफ्तों से इजरायल और ईरान के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। ईरान की मिसाइल फैक्ट्री और परमाणु ठिकानों पर इजरायली व अमेरिकी हमलों के बाद पूरे इलाके में युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। इससे ईरान और इजरायल में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत इन देशों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने का अभियान शुरू किया।

भारत सरकार के अनुसार, अब तक कुल 1,713 भारतीय नागरिकों को ईरान और इजरायल से सुरक्षित भारत लाया जा चुका है। इनमें सबसे बड़ी संख्या ईरान में फंसे भारतीयों की है, जिन्हें विशेष उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया गया। सरकार का कहना है कि अगले 2-3 दिनों में बचे हुए भारतीय नागरिकों को भी स्पेशल फ्लाइट्स के जरिए भारत लाया जाएगा।
इजरायल से भी भारतीयों की वापसी जारी
सिर्फ ईरान ही नहीं, इजरायल में रह रहे भारतीयों को भी भारत सरकार सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रही है। रविवार को इजरायल से 160 भारतीयों का जत्था विशेष विमान से रवाना किया गया, जो सोमवार को दिल्ली पहुंचेगा। गौरतलब है कि इजरायल में करीब 40 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं, जिनमें केयरगिवर, छात्र, मजदूर और आईटी सेक्टर से जुड़े लोग शामिल हैं। युद्ध की आशंका को देखते हुए इन सभी की सुरक्षा भारत सरकार की प्राथमिकता में है।

परिवारों में लौट आई राहत की सांस
भारत लौटे कई लोगों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि युद्ध क्षेत्र में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे थे। बमबारी और हमलों की आवाजें रोज सुनाई देती थीं। ऐसे माहौल में भारत सरकार का यह कदम उनके लिए संजीवनी साबित हुआ। कुछ ने कहा कि एयरपोर्ट पर कदम रखते ही लगा मानो नया जीवन मिल गया हो।
सरकार की अपील: घबराएं नहीं, स्थिति पर नजर रखी जा रही है
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे बाकी भारतीयों को भी जल्द सुरक्षित स्वदेश लाया जाएगा। सरकार हालात पर लगातार नजर रख रही है और संबंधित देशों से संपर्क में है। मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और स्थानीय भारतीय दूतावासों के संपर्क में बने रहें।

इजरायल और ईरान के बीच जारी इस संघर्ष के कारण लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा समय रहते ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालना एक महत्वपूर्ण और सराहनीय कदम है। आने वाले दिनों में यदि युद्ध की स्थिति और बिगड़ती है, तो भारत के सामने चुनौतियां बढ़ सकती हैं, लेकिन फिलहाल सरकार के प्रयासों से हजारों परिवारों में राहत और विश्वास लौटा है।
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