पटना : बिहार पुलिस में बहाली (Vacancy) को लेकर बड़ी घोषणा आज पटना के बापू सभागार में हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवनियुक्त 21,391 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपे और साथ ही यह साफ कर दिया कि बहाली की प्रक्रिया यहीं खत्म नहीं होगी। उन्होंने मंच से ही अधिकारियों को साफ निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द बिहार पुलिस में शेष 55,000 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाए।
बापू सभागार में मौजूद हजारों सिपाही, उनके परिजन और अधिकारियों के सामने मुख्यमंत्री ने जहां नई नियुक्तियों पर खुशी जताई, वहीं पुलिस विभाग में बहाली (Vacancy) में देरी पर नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने मंच पर बैठे तमाम आला अधिकारियों को खड़ा करवा दिया और सवालिया लहजे में पूछा, “क्यों इतनी देरी हो रही है? बहाली में तेजी लाइए। बिहार को और मजबूत बनाना है।”
दो साल पहले लिया गया था बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री ने मंच से याद दिलाया कि दो साल पहले बिहार सरकार ने पुलिस बल को 2.29 लाख तक ले जाने का लक्ष्य तय किया था। तब से लगातार बहाली (Vacancy) की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि 2005 में जब उन्होंने सरकार की कमान संभाली थी, तब बिहार में महज 42,481 पुलिसकर्मी थे। आज यह संख्या 1.10 लाख तक पहुंच गई है और अब इसे और बढ़ाकर करीब ढाई लाख करने की तैयारी है। इसके लिए बड़े पैमाने पर बहाली (Vacancy) हो रही है और आगे भी होगी।

महिलाएं भी बन रही हैं मिसाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गर्व के साथ कहा कि बिहार पुलिस में जितनी महिला पुलिसकर्मी हैं, उतनी किसी अन्य राज्य में नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश रही है कि बिहार में हर वर्ग, हर तबके को बराबरी का मौका मिले। पुलिस बल में भी यही नीति अपनाई गई है। महिलाएं आगे बढ़ रही हैं और हम उन्हें और अवसर देने के लिए बहाली (Vacancy) में विशेष ध्यान दे रहे हैं।”

अधिकारियों को सख्त निर्देश
बहाली में देरी पर मुख्यमंत्री ने मंच पर ही नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि जितने भी रिक्त पद बचे हैं, उन पर बिना देरी किए जल्द से जल्द बहाली (Vacancy) की प्रक्रिया पूरी करें। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में 19,838 सिपाहियों की बहाली प्रक्रिया चल रही है। इसकी परीक्षा अगले महीने प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने इसे नाकाफी बताते हुए बाकी बचे करीब 55,000 पदों पर भी तुरंत बहाली प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिहार की कानून-व्यवस्था को मजबूत रखने के लिए पुलिस बल में जरूरी संख्या पूरी करना बेहद अहम है। इसके लिए समय गंवाना ठीक नहीं।

पिछली बहाली (Vacancy) का भी दिया हवाला
गौरतलब है कि पिछले वर्षों में बिहार पुलिस में कई बार बड़ी बहाली (Vacancy) हुई है। 2022 में ही राज्य में 11,500 सिपाहियों की बहाली पूरी की गई थी। उस दौरान भी मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि बिहार पुलिस को देश की सबसे सशक्त पुलिस फोर्स में शामिल करना उनकी प्राथमिकता है। इसके बाद 2023 में भी करीब 10,000 पदों पर बहाली (Vacancy) की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जो अब पूरी हो चुकी है।

युवाओं में दिखा उत्साह
आज हुए समारोह में नवनियुक्त सिपाहियों के चेहरों पर खासा उत्साह नजर आया। कई युवाओं ने बताया कि सालों से वे इस दिन का इंतजार कर रहे थे। कुशवाहा, दलित, पिछड़ा, सामान्य हर वर्ग से आए युवा सिपाही आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार में बहाली की प्रक्रिया पारदर्शी हुई है और युवाओं को मेहनत के दम पर नौकरी मिल रही है।

55 हजार पदों पर जल्द होगी बहाली
मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि आने वाले महीनों में पुलिस बल में 55,000 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार की गंभीरता फिर से सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार, नई बहाली में तकनीकी योग्यता, शारीरिक दक्षता और लिखित परीक्षा के आधार पर चयन प्रक्रिया होगी।
बिहार में कानून-व्यवस्था मजबूत करने के लिए सरकार पूरी तरह कमर कस चुकी है। मुख्यमंत्री के आज के ऐलान से यह तय है कि पुलिस बल को और सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर बहाली जारी रहेगी। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि 55,000 पदों की आगामी बहाली प्रक्रिया कितनी तेजी से पूरी होती है।
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