Education सिस्टम में शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया, जानिए शिक्षक किन-किन मामलों में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
पटना : बिहार का Education सिस्टम अब पहले से ज्यादा पारदर्शी और आधुनिक हो रहा है। शिक्षकों की शिकायतों को लेकर अक्सर उठने वाली परेशानी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग ने ई-शिक्षा कोष पोर्टल को और ज्यादा सक्रिय और प्रभावी बना दिया है।
इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ द्वारा एक अहम पत्र जारी किया गया है। इस पत्र में साफ कहा गया है कि शिक्षकों को अपनी शिकायत लेकर बार-बार जिला या राज्य मुख्यालय आने की जरूरत नहीं है। अब शिक्षक घर बैठे ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं और उसका समाधान भी देख सकते हैं।
Education विभाग की डिजिटल पहल क्यों जरूरी थी?
बिहार में शिक्षा विभाग के अधीन करीब 10 लाख का बड़ा शिक्षक और कर्मी संगठन काम करता है। जाहिर है, इतनी बड़ी संख्या में अगर शिक्षक अपनी शिकायतों को लेकर सीधे मुख्यालय आने लगें तो इससे न सिर्फ विभागीय कार्य प्रभावित होता है, बल्कि शिक्षकों को भी बेवजह समय और ऊर्जा गंवानी पड़ती है।
इसी समस्या को समझते हुए डॉ. एस. सिद्धार्थ, अपर मुख्य सचिव, ने शिक्षकों की सहूलियत के लिए यह स्पष्ट कर दिया है कि अब शिकायतों के समाधान का एकमात्र रास्ता ई-शिक्षा कोष पोर्टल होगा। इससे न सिर्फ शिकायतों का समय पर समाधान होगा, बल्कि पूरे Education सिस्टम में पारदर्शिता भी आएगी।

शिकायतें दर्ज करने की सीधी प्रक्रिया, कोई दिक्कत नहीं
अब शिक्षक अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर लॉगिन कर आसानी से अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। चाहे मामला वेतन, अवकाश, स्थानांतरण या अन्य किसी योजना से जुड़ा हो, हर विषय पर शिकायत ऑनलाइन दर्ज होगी। साथ ही, शिक्षक पोर्टल पर लॉगिन कर यह भी देख सकते हैं कि उनकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई है।
अपर मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि अब किसी शिक्षक को अनावश्यक रूप से राज्य मुख्यालय या जिला कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
किन-किन विषयों पर कर सकते हैं शिकायत? Education विभाग ने दी पूरी सूची
शिक्षक अब अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर सीधे ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। शिक्षा विभाग ने इसके लिए पूरी सूची जारी की है, ताकि किसी भी शिक्षक को असमंजस न रहे। अगर वेतन भुगतान में देरी हो, बकाया राशि न मिली हो या वेतन गणना में कोई गड़बड़ी हो तो शिक्षक इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसी तरह, अवकाश स्वीकृति से जुड़ी समस्याएं जैसे चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश, अध्ययन अवकाश या किसी अन्य अवकाश से जुड़ी दिक्कतें भी पोर्टल पर दर्ज की जा सकती हैं।
सेवा विवरण या दस्तावेज में किसी प्रकार की त्रुटि जैसे जन्म तिथि, स्थानांतरण विवरण, विषय या पदस्थापन में सुधार की आवश्यकता हो तो उसकी भी शिकायत ऑनलाइन की जा सकती है। वहीं, गंभीर बीमारी, दिव्यांगता, विधवा शिक्षिका या पति-पत्नी के स्थानांतरण जैसी विशेष परिस्थितियों में भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
इसके अलावा, अगर स्कूल में बच्चों को किताबें, पोशाक या अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा हो, स्कूल भवन, बिजली, पानी, स्मार्ट क्लास या अन्य बुनियादी सुविधाओं में कोई कमी हो, तो उसकी भी जानकारी दी जा सकती है। भ्रष्टाचार, किसी कर्मचारी के खिलाफ शिकायत, उत्पीड़न, दुर्व्यवहार या यौन प्रताड़ना जैसी गंभीर समस्याओं की भी रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है।
यदि कोई शिक्षक किसी गंभीर बीमारी या जान के खतरे से जुड़ी आपात स्थिति में है तो उसकी सूचना भी पोर्टल पर दी जा सकती है। इसके अलावा, कोई भी अन्य सुझाव या फीडबैक भी शिक्षक इस पोर्टल के जरिए साझा कर सकते हैं। शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि हर शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई होगी और शिक्षक को घर बैठे ही समाधान मिलेगा।

Education सिस्टम में शिकायतों पर होगी सख्त नजर
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी समेत सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि शिकायतों का समय पर समाधान हो। पोर्टल पर दर्ज हर शिकायत पर विभाग के वरीय अधिकारी नजर रखेंगे और समाधान के बाद उसकी रिपोर्ट भी पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

अगर किसी भी स्तर पर शिकायत के समाधान में लापरवाही होती है, तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी पर सख्त विभागीय कार्रवाई तय है।

पढ़ाने पर ध्यान दें, बेवजह कार्यालयों का चक्कर न लगायें
Education सिस्टम को सुधारने और शिक्षकों का समय बचाने के उद्देश्य से विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षक अपना समय स्कूल और बच्चों की पढ़ाई में लगाएं। कार्यालयों के बेवजह चक्कर लगाने की कोई जरूरत नहीं है। सभी शिकायतें पोर्टल के माध्यम से ही दर्ज होंगी और उन्हीं पर कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, अपर मुख्य सचिव ने शिक्षकों से अपील की है कि वे विभाग की इस पहल का पूरा लाभ उठाएं और पूरी ईमानदारी से अपने शैक्षणिक कार्य में जुटें। विभाग हर शिक्षक की समस्या को गंभीरता से सुनेगा और उसका समाधान निश्चित समय में किया जाएगा।
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पत्र का PDF शिक्षा विभाग के आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं- https://state.bihar.gov.in/educationbihar/CitizenHome.html
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