पटना : शिक्षा की नींव को और मजबूत करने के उद्देश्य से राज्य में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या-ज्ञान (FLN) को लेकर एक अहम पहल हुई है। पटना के होटल द पार्क प्राइड में 14-15 और 17-18 जुलाई को दो चरणों में आयोजित “राज्य स्तरीय विज़न बिल्डिंग कार्यशाला” में जब बिहार के अलग-अलग जिलों से आए व्याख्याता जुटे, तो सिर्फ एक प्रशिक्षण नहीं, बल्कि एक बदलाव की रूपरेखा सामने आ रही थी।

लैब विद्यालय “निपुण विद्यालय” के रूप में होंगे विकसित
यह कार्यशाला शिक्षा विभाग के तहत SCERT और BEPC की अगुवाई में आयोजित हुई, जिसमें Mantra4Change की तकनीकी साझेदारी रही। मकसद था जिलों के प्रशिक्षण संस्थानों में FLN Resource Centre (FLN RC) की स्थापना को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण बनाना और लैब विद्यालयों को “निपुण विद्यालय” के रूप में विकसित करना।
कार्यशाला में भाषा व गणित की बुनियादी समझ, बच्चों के भावनात्मक पहलू, कक्षा में ‘शिक्षक कोना’ की आवश्यकता और अभ्यास विद्यालयों को निपुण लक्ष्य तक पहुँचाने की रणनीतियाँ सामने आईं। पहले दिन भाषा आधारित पाठ्य-सामग्री तैयार की गई, जबकि दूसरे दिन गणित आधारित गतिविधियों पर काम हुआ।
कार्यशाला सिर्फ विचारों का आदान-प्रदान नहीं था, बल्कि हर व्याख्याता की आँखों में अपने जिले के शिक्षकों को प्रेरित करने और बच्चों तक शिक्षा की नींव मज़बूत पहुँचाने की प्रतिबद्धता साफ झलक रही थी।

क्या रहा संदेश?
कार्यक्रम के समापन पर विभा रानी और नीरज दास गुरु ने प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि ये प्रयास बिहार में एक नई शिक्षकीय संस्कृति की नींव रखेंगे, जहां हर बच्चा “निपुण” की परिभाषा तक पहुंचेगा — सिर्फ अंकगणित और भाषा में नहीं, बल्कि सोच, समझ और आत्मविश्वास में भी।
कौन-कौन रहे शामिल?
हर जिले से भाषा और गणित विषय के दो- दो व्याख्याता इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें SCERT प्रमुख विभा रानी, FLN PMU प्रभारी तेज नारायण और Mantra4Change के नीरज दास गुरु समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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