पटना : बिहार में शहरी विकास की रफ्तार को तेज करने और चल रही परियोजनाओं की निगरानी को सशक्त बनाने के उद्देश्य से BUIDCO (बिहार शहरी आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड) ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब बुडको के कर्मचारी जीपीएस युक्त वॉकी-टॉकी से लैस होंगे, जिससे पूरे राज्य में संचालित विकास योजनाओं की वास्तविक समय में ट्रैकिंग और प्रभावी मॉनिटरिंग संभव हो सकेगी।
इस संबंध में बुडको के प्रबंध निदेशक (एमडी) अनिमेष कुमार पराशर ने सोमवार को आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए। यह बैठक मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना फेज-2 (2025-26) की प्रगति और आगामी कार्ययोजना की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी।

पूरे राज्य में एक नेटवर्क से जुड़ेंगे BUIDCO कर्मचारी
बैठक के दौरान एमडी ने बताया कि पूरे बिहार में बुडको द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं के बेहतर समन्वय और ट्रैकिंग के लिए 50 वॉकी-टॉकी उपकरण खरीदे जाएंगे। ये सभी उपकरण जीपीएस ट्रैकिंग से लैस होंगे, जिससे कर्मचारियों की गतिविधियों और उपस्थिति की सटीक निगरानी हो सकेगी।
इस पहल से बुडको (BUIDCO) के 38 जिलों सहित मुख्यालय स्तर पर भी सभी पदाधिकारी आपस में त्वरित संवाद कर सकेंगे। इससे योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता आएगी और किसी भी स्तर पर देरी या गड़बड़ी की गुंजाइश कम होगी।

योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता पर विशेष जोर
बैठक में सभी परियोजना निदेशकों (पीडी) को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे जिला संचालन समिति द्वारा अनुमोदित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर तेजी से पूरा करें। इसके साथ ही, यह भी अनिवार्य किया गया कि प्रत्येक पीडी स्वयं स्थल का निरीक्षण कर यह प्रमाणित करें कि कहीं भी कार्यों में डुप्लीकेशन (एक ही कार्य का दोहराव) नहीं हो रहा है। इसकी पुष्टि का प्रमाणपत्र मुख्यालय को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा।
एमडी पराशर ने सख्त लहजे में कहा कि कार्यों में लापरवाही, डुप्लीकेशन या समयसीमा की अनदेखी किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि योजनाओं में गड़बड़ी या देरी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शहरी विकास को मिलेगी नई गति
मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत बिहार के शहरी इलाकों में जलापूर्ति, सड़क निर्माण, स्वच्छता और अन्य आधारभूत संरचना से संबंधित परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में योजना के दूसरे चरण के तहत राज्य के विभिन्न जिलों में व्यापक स्तर पर विकास कार्य चल रहे हैं।
बुडको (BUIDCO) की नई तकनीकी पहल से इन योजनाओं के संचालन में जहां पारदर्शिता बढ़ेगी, वहीं मॉनिटरिंग की रफ्तार भी दोगुनी होगी। रियल टाइम कम्युनिकेशन और ट्रैकिंग से समस्याओं का तुरंत समाधान संभव होगा, जिससे आम नागरिकों तक विकास का लाभ तेजी से पहुंचेगा।

बैठक में सभी जिलों के अधिकारी शामिल
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में राज्य के सभी 38 जिलों के परियोजना निदेशक, उप परियोजना निदेशक, अंचल स्तर और मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने अपनी-अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
बुडको (BUIDCO) की यह पहल न केवल तकनीकी दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह सुनिश्चित करेगी कि विकास योजनाओं का लाभ तय समय पर और सही तरीके से जनता तक पहुंचे। अब देखना होगा कि इस नई प्रणाली से बिहार के शहरी विकास में कितनी तेजी और सुधार देखने को मिलता है।
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