नई दिल्ली : भारतीय सिनेमा के लिए साल 2025 कई मायनों में यादगार रहा। वर्ष 2023 की फिल्मों को मिलने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (National Film Awards) की घोषणा भी हो चुकी है और इस बार का नज़ारा कुछ अलग ही दिखा। शाहरुख खान, जो तीन दशकों से हिंदी सिनेमा पर राज कर रहे हैं, को पहली बार बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला है। फिल्म ‘जवान’ के लिए उन्हें यह सम्मान साझा तौर पर विक्रांत मैसी के साथ मिला, जिन्हें ’12वीं फेल’ में उनके सशक्त अभिनय के लिए नवाज़ा गया।
इस बार का पुरस्कार समारोह सिर्फ सितारों के नामों तक सीमित नहीं रहा। रानी मुखर्जी को उनकी फिल्म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का पुरस्कार मिला, जो प्रवासी भारतीयों के संघर्ष को केंद्र में रखती है। वहीं फिल्म ’12वीं फेल’ ने बेस्ट फीचर फिल्म का खिताब भी अपने नाम किया, जिससे यह साफ हो गया कि कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा को राष्ट्रीय स्तर पर अब ज़्यादा अहमियत दी जा रही है।
नेशनल मीडिया सेंटर में National Film Awards का हुआ ऐलान
1 अगस्त को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (71st National Film Awards) की घोषणा की गई। पुरस्कारों के लिए इस बार कुल 332 फीचर फिल्में और 115 नॉन-फीचर फिल्मों को नामांकन मिला था। चयन प्रक्रिया की अगुवाई मशहूर निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने की।
‘सैम बहादुर’ और ‘द केरल स्टोरी’ को भी कई श्रेणियों में अवॉर्ड्स
मेघना गुलज़ार की फिल्म ‘सैम बहादुर’ को इस बार तीन कैटेगरीज में पुरस्कार मिले—बेस्ट कॉस्ट्यूम, बेस्ट मेकअप और बेस्ट फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल वैल्यूज़। वहीं ‘द केरल स्टोरी’ को बेस्ट डायरेक्शन और सिनेमैटोग्राफी का सम्मान मिला। रणबीर कपूर की ‘एनिमल’ को बेस्ट साउंड डिज़ाइन और एक स्पेशल मेंशन भी मिला।

ओटीटी कंटेंट को भी मिला बराबरी का दर्जा
इस साल खास बात यह रही कि ओटीटी पर रिलीज़ हुई फिल्म ‘कटहल’ को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया, जो दर्शकों की बदली प्राथमिकताओं को रेखांकित करता है। साथ ही ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड मिला, जबकि उसके गीत ‘ढिंढोरा बाजे’ के लिए वैभवी मर्चेंट को बेस्ट कोरियोग्राफी का सम्मान मिला है।

संगीत, स्क्रीनप्ले और तकनीकी अवॉर्ड्स भी कंटेंट के पक्ष में
जवान के गाने ‘चलेया’ के लिए शिल्पा राव को बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिला। ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ के लिए दीपक किंगरानी को बेस्ट डायलॉग राइटिंग का सम्मान मिला। साउथ इंडस्ट्री की फिल्मों को भी खासा सराहा गया—तेलुगू फिल्म ‘हनु-मान’ को बेस्ट वीएफएक्स और एक्शन डायरेक्शन के लिए सम्मान मिला।

बेस्ट एक्टिंग अवॉर्ड्स पर रही सबकी नज़र
शाहरुख खान का नाम इस लिस्ट में पहली बार दर्ज हुआ है। 35 साल के करियर में यह उनका पहला नेशनल फिल्म अवॉर्ड है, जिसे वे ‘जवान’ के लिए विक्रांत मैसी के साथ साझा करेंगे। विक्रांत पहले ही इस सम्मान को लेकर उम्मीद जता चुके थे और उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि यह पुरस्कार उनके बचपन का सपना था। रानी मुखर्जी के लिए भी यह पुरस्कार एक अहम पड़ाव है, क्योंकि उनकी फिल्म ने एक संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय विषय को बारीकी से पेश किया।
अब देखें 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स 2025 की पूरी लिस्ट:
फीचर फिल्म के विनर्स के नाम:
- बेस्ट फीचर फिल्म- 12वीं फेल
- बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म- नाल 2 (मराठी)
- बेस्ट फीचर फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल वैल्यूज- सैम बहादुर
- बेस्ट पॉपुलर फिल्म- रॉकी और रानी की प्रेम कहानी
- बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर- आशीष बेंडे, आत्मपॅम्फ्लेट (मराठी)
- बेस्ट फिल्म (एनिमेशन, वीएफएक्स, कॉमिक)- हनु-मान (तेलुगू)
- बेस्ट डायरेक्शन- सुदिप्तो सेन, द केरल स्टोरी
- बेस्ट एक्टर- शाहरुख खान (जवान), विक्रांत मैसी (12वीं फेल)
- बेस्ट एक्ट्रेस- रानी मुखर्जी (मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे)
- बेस्ट एक्टर इन ए सपोर्टिंग रोल- विजय राघवन (पुक्कलम), सोमू भास्कर (पार्किंग)
- बेस्ट एक्ट्रेस इन ए सर्पोटिंग रोल- उर्वशी (उल्लुझुकु), जानकी बोडीवाला (वश)
- बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट- सुकृति वेनी (गांधी कथा चेतु), कबीर खंडारे (जिप्सी), त्रिशा तोसार, श्रीनिवास पोकले और भार्गव जगपात (नाल 2)
- बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर- पीवीएनएस रोहित, तेलुगू (बेबी)
- बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर- चलेया (जवान), शिल्पा राव
- बेस्ट सिनेमेटोग्राफी- प्रशांतनु मोहपात्रा (द केरल स्टोरी)
- बेस्ट डायलॉग राइटर- दीपक किंगरानी (सिर्फ एक बंदा काफी है)
- बेस्ट स्क्रीनप्ले- रामकुमार बालकृष्णन, बेबी (तेलुगू), साई राजेश नीलम, पार्किंग (तमिल)
- बेस्ट साउंड डिजाइन (हिंदी)- एनिमल (सचिन सुधाकरन, हरिहरन मुरलीधरन)
- बेस्ट एडिटिंग- मिधुन मुरली, पुक्कलम (मलयालम)
- बेस्ट प्रोडकशन डिजाइन- मोहनदास, एवरीवन इज ए हीरो (मलयालम)
- बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन- सैम बहादुर (सचिन लाावलेकर, दिव्या गंभीर, निधी गंभीर)
- बेस्ट मेकअप- सैम बहादुर (श्रीकांत देसाई)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन बैकग्राउंड स्कोर- हर्षवर्धन रामेश्वर (एनिमल)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन- जीवी प्रकाश कुमार, वाथी (तमिल)
- बेस्ट लिरिक्स- कासला श्याम, बलगम (तेलुगू)
- बेस्ट कोरियोग्राफी- ढिंढोरा बाजे, वैभवी मर्चेंट (रॉकी और रानी की प्रेम कहानी)
- बेस्ट एक्शन डायरेक्शन- हनु-मान (तेलुगू)
- बेस्ट गुजराती फिल्म- वश
- बेस्ट बंगाली फिल्म- डीप फ्रीज
- बेस्ट असमी फिल्म- रोंगातपु
- बेस्ट हिंदी फिल्म- कटहल
- बेस्ट कन्नड़ फिल्म- कंडीलू
- बेस्ट स्पेशल मेंशन फीचर फिल्म – एनिमल (री रिकॉर्डिंग मिक्सर, एमआर राजाकृष्णन)
- बेस्ट ताई फाके फीचर फिल्म- पाई तांग… स्टेप ऑफ होप
- बेस्ट गारो फीचर फिल्म- रिमदोगितांगा
- बेस्ट तेलुगू फीचर फिल्म- भगवंत केसरी
- बेस्ट तमिल फीचर फिल्म- पार्किंग
- बेस्ट पंजाबी फीचर फिल्म- गोड्डे गोड्डे चा
- बेस्ट ओडिया फीचर फिल्म- पुष्कर
- बेस्ट मराठी फीचर फिल्म- श्यामचि आई
- बेस्ट मलयालम फीचर फिल्म- उल्लुझुकु
नॉन फीचर फिल्म के विनर्स:
- बेस्ट स्पेशल मेंशन नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड – नेकल (मलयालम)
- बेस्ट म्यूजिक नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- द फर्स्ट फिल्म (हिंदी)
- बेस्ट स्क्रिप्ट इन नॉन फीचर फिल्म- सनफ्लावर्स वेयर द फिर्स वन्स टू नो (कन्नड़)
- बेस्ट एडिटंग नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- नीलाद्री रॉय, मूविंग फोकस (इंग्लिश)
- बेस्ट वॉइस ओवर इन नॉन फीचर फिल्म- हरिकृष्ण एस (द सैक्रेड जैक: एक्सप्लोरिंग द ट्री विशेज)
- बेस्ट साउंड डिजाइन नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- शुभअरुण सेनगुप्ता, धुंधगिरी के फूल (हिंदी)
- बेस्ट सिनेमेटोग्राफी नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- लिटिल विंग्स (तमिल)
- बेस्ट डायरेक्टर नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- पीयूष ठाकुर, द फर्स्ट फिल्म (हिंदी)
- बेस्ट शॉर्ट फिल्म नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- गिद्ध द स्कैवेंगर (हिंदी)
- बेस्ट नॉन फीचर फिल्म प्रमोटिंग सोशल वैल्यूज अवॉर्ड- द साइलेंट एपिडेमिक (हिंदी)
- बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म अवॉर्ड- गॉड वल्चर एंड ह्यूमन (इंग्लिश)
- बेस्ट आर्ट्स/कल्चर नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- टाइमलेस तमिलनाडु (इंग्लिश)
- बेस्ट बायोग्राफिकल/हिस्टोरिकल रीकंस्ट्रक्शन- मो बाउ, मो गांव (सुभाष साहू)
- बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर (नॉन फीचर)- माउ: द स्पिरिट आफफ ड्रीम ऑफ चेरॉ (मिजो)
- बेस्ट नॉन फीचर फिल्म अवॉर्ड- द फ्लॉवरिंग मैन (हिंदी)
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