पटना : गोपाल खेमका हत्याकांड के मामले में पुलिस की लापरवाही को लेकर गांधी मैदान थाने के SHO राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई पटना प्रक्षेत्र के IG जितेंद्र राणा द्वारा की गई, जो पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की अनुशंसा पर आधारित थी। राजेश कुमार पर आरोप है कि उन्होंने घटना के बाद न तो त्वरित कार्रवाई की और न ही अपराधियों को पकड़ने के लिए जरूरी कदम उठाए, जिससे न केवल आरोपियों को फायदा मिला बल्कि पूरे पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए।
सख्त रुख में दिखे IG जितेंद्र राणा
IG जितेंद्र राणा ने साफ तौर पर कहा, “कोई भी SHO अगर अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतेगा, तो उस पर इसी तरह की कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा, “गोपाल खेमका हत्याकांड जैसे गंभीर मामलों में पुलिस की निष्क्रियता न केवल अपराधियों को बढ़ावा देती है, बल्कि जनता के बीच पुलिस की विश्वसनीयता पर भी असर डालती है।”
SSP की सिफारिश, IG का एक्शन
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने इस मामले में गंभीर चूक और प्रतिक्रिया में देरी को चिन्हित करते हुए SHO राजेश कुमार के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी। IG जितेंद्र राणा ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया और SHO को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
SHO की भूमिका पर गंभीर सवाल
हत्याकांड के बाद SHO द्वारा साक्ष्य संकलन, अपराधियों की तलाश और पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने में लापरवाही की बात सामने आई थी। सूत्रों के अनुसार, राजेश कुमार ने न तो समय पर कार्रवाई की, न ही किसी ठोस दिशा में जांच शुरू की, जिससे जांच प्रभावित हुई।
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