पटना : बिहार की राजधानी पटना से एक ऐसा अपराध सामने आया है, जिसने रिश्तों की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। दानापुर (Danapur) के खगौल थाना क्षेत्र में स्कूल संचालक अजीत कुमार यादव की हत्या के पीछे कोई और नहीं बल्कि उनकी पत्नी रीता सिंहा देवी निकली। पुलिस जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि रीता ने 10 लाख रुपये की सुपारी देकर अपने ही पति को मौत के घाट उतरवा दिया।
इस हत्या की वजह थी संपत्ति और स्कूल पर एकाधिकार की लालसा। रीता अपने पति के नाम पर चल रहे आरएन सिंहा बीडी पब्लिक स्कूल की मालकिन बनना चाहती थी और पति से चल रही नाराजगी ने उसे इतना अंधा बना दिया कि उसने अपने ड्राइवर को साथ मिलाकर एक खौफनाक प्लान रच डाला।

ड्राइवर बना लाइनर, डीएवी स्कूल के पास बरसीं गोलियां
सीटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह ने हत्या की पूरी साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि 7 जुलाई को अजीत कुमार यादव की हत्या खगौल के डीएवी स्कूल के पास की गई थी।
हत्या के दिन अजीत जैसे ही स्कूल पहुंचे, ड्राइवर मंसू कुमार की जानकारी पर घात लगाए अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। अजीत की मौके पर ही मौत हो गई। दिलचस्प बात यह रही कि हत्या के बाद रीता सिंहा देवी खुद खगौल थाना पहुंची और पति की हत्या की शिकायत दर्ज कराई। लेकिन पुलिस को उसकी कहानी में गड़बड़ी नजर आई और शक की सुई उसी पर टिक गई।

जांच में खुली साजिश की परतें, पहले ही दिए थे 3 लाख
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, रीता सिंहा देवी की साजिश की परतें खुलने लगीं। पुलिस को पता चला कि रीता ने 10 लाख रुपये की सुपारी में अपने पति की हत्या करवाई थी। उसने शूटरों को तीन लाख रुपये एडवांस में दे भी दिए थे। उसका मकसद सिर्फ स्कूल पर कब्जा करना ही नहीं था, बल्कि पति की सारी संपत्ति को भी अपने नाम करना था।
पुलिस को इस बात के भी सबूत मिले कि रीता को शक था कि अजीत स्कूल की जमीन बेचना चाहते थे, और इसीलिए उसने हत्या की योजना बना डाली।
SIT कर रही शूटरों की तलाश, दो गिरफ्तार
इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में पटना पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए हत्या की साजिशकर्ता पत्नी रीता सिंहा देवी और उसके ड्राइवर मंसू कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
अब एसआईटी की टीमें फरार शूटरों की तलाश में जुट गई हैं और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।
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