पटना: कांग्रेस ने सोमवार को बिहार की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था (Health) और लोकतंत्र दोनों मोर्चे पर एनडीए की नीतीश सरकार को जमकर घेरा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने पटना में साफ संकेत दिए कि अगर राज्य में महागठबंधन (RJD, कांग्रेस और लेफ्ट) की सरकार बनी, तो ‘राजस्थान मॉडल’ के तहत स्वास्थ्य (Health) क्रांति लाई जाएगी। साथ ही, वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के बहाने चुनाव आयोग और भाजपा पर लोकतंत्र से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप भी लगाया।

बिहार में लागू होगा राजस्थान का Health Model : गहलोत
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान अशोक गहलोत ने कहा, “राजस्थान में जो हेल्थ मॉडल हमने खड़ा किया, उसकी देशभर में कोई तुलना नहीं कर सकता। अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो यहां भी वही मॉडल लागू करेंगे। बड़ी से बड़ी बीमारी हो, ऑपरेशन तक की नौबत आ जाए, इलाज फ्री होगा। हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।”
गहलोत ने बिहार की स्वास्थ्य (Health) व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा, “यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी, उपकरणों का अभाव और लापरवाही आम बात हो गई है।” उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के लिए जो बजट रखा गया, उसका ठीक से इस्तेमाल नहीं हो रहा। ऊपर से घपलेबाजी की खबरें आ रही हैं।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने भी गहलोत की बात दोहराते हुए कहा, “महागठबंधन की सरकार बनी तो स्वास्थ्य (Health) सेवा में राजस्थान मॉडल लागू करेंगे। हम बिहार के गरीबों और आम जनता को बेहतर इलाज और स्वास्थ्य (Health) सुविधा देंगे।”

नीतीश की सेहत पर गरमाई राजनीति
कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उम्र और सेहत पर भी इशारों में सवाल खड़े किए। राजेश राम ने कहा, “उनकी सेहत (Health) को लेकर कांग्रेस भी चिंतित रही है क्योंकि अगर मुख्यमंत्री स्वस्थ रहेंगे तो राज्य भी स्वस्थ रहेगा।” साथ ही, उन्होंने भाजपा पर नीतीश की सेहत को राजनीतिक हथियार बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बीजेपी सत्ता के लिए नीतीश की सेहत (Health) का इस्तेमाल कर रही है।”
कांग्रेस प्रभारी अल्लावरु ने केंद्र सरकार और नीतीश कुमार पर बिहार को ‘बीमार प्रदेश’ बनाने का आरोप लगाया। अल्लावरु ने कहा, “मोदी-शाह-नीतीश की तिकड़ी ने बिहार को बीमार बना दिया है। उन्होंने यह भी कहा, “हमने राजस्थान में चिरंजीवी योजना के तहत हर गरीब तक इलाज पहुंचाया, वही बिहार में भी करेंगे।”

वोटर लिस्ट विवाद: कांग्रेस ने साधा चुनाव आयोग पर निशाना
अशोक गहलोत ने बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान पर भी कड़ा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पहली बार इस तरह की प्रक्रिया बिहार में देखने को मिल रही है, जिससे साफ नहीं है कि चुनाव आयोग की मंशा क्या है।
गहलोत ने कहा,
“चुनाव आयोग की ड्यूटी होती है कि पक्ष-विपक्ष दोनों को विश्वास में लेकर काम करे। यहां विपक्ष को भरोसे में नहीं लिया गया। इससे जनता में अविश्वास पैदा हो रहा है। बिहार के लाखों लोग दिल्ली, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में काम करते हैं। वो अपने माता-पिता का बर्थ सर्टिफिकेट कहां से लाएंगे? आयोग को जल्द इस भ्रम को दूर करना चाहिए।”

‘वोटर लिस्ट से गरीब, पिछड़े, दलितों को हटाने की साजिश’
कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के नाम पर गरीब, युवा, पिछड़े, अति पिछड़े, दलित वर्ग के लोगों को सूची से बाहर करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीयू मिलकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
अल्लावरु ने कहा,
“इस बार वोटर लिस्ट रिवीजन में धांधली को खुली छूट दी गई है। आयोग की सहमति से अब गड़बड़ी की जाएगी। कांग्रेस इसका सख्त विरोध करती है और जरूरत पड़ी तो सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ाई लड़ी जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि आज होने वाली महागठबंधन की मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक में बिहार के अहम मुद्दों जैसे पढ़ाई, दवाई, कमाई और सामाजिक न्याय को लेकर विस्तृत रणनीति बनाई जाएगी।

‘मोदी-शाह-नीतीश ने बिहार को बीमार किया’
कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि बिहार देश का सबसे ज्यादा बीमार प्रदेश बन चुका है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने जो चिरंजीवी योजना शुरू की, वह गरीबों के लिए संजीवनी साबित हुई, लेकिन बिहार में स्वास्थ्य (Health) सेवाओं की हालत बद से बदतर है।
अल्लावरु ने कहा,
“मोदी-शाह दिल्ली से बिहार को माफियाओं के जरिए चला रहे हैं। बिहार में गुंडा राज है, कानून व्यवस्था चौपट है। राज्य के युवा पलायन कर रहे हैं, किसान परेशान हैं और गरीब इलाज के लिए तरस रहे हैं। अगर गठबंधन सरकार बनती है तो हम इन समस्याओं का समाधान देंगे।”

कुल मिलाकर पटना में आज कांग्रेस और महागठबंधन नेताओं ने साफ संकेत दिया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तैयारी में हैं। जहां एक ओर राजस्थान मॉडल के जरिए स्वास्थ्य सेवा सुधारने का वादा किया गया, वहीं दूसरी ओर चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाकर भाजपा और नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया। अब देखना होगा कि बिहार की जनता इन राजनीतिक दावों और वादों पर क्या प्रतिक्रिया देती है।
यह भी पढ़े – Voter List पर सियासत गरमाई, तेजस्वी बोले- इस बार चुनाव आयोग vs महागठबंधन!